सोमवार, 7 सितंबर 2009

चाइना जोरी

चाइना ने भारत के सीमा में घुसकर आपने चाइना नामके लाल पत्थर रंगायें और भारत के सीमा के अंदर करीब डेढ़ किलो मीटर क्षेत्र में आकर चीनी भाषा में कुछ अक्षर लिखे। कुछ दिनों पहले चीन ने भारतीय सीमा के हवाई क्षेत्र के अंदर आने की कोशिश की थी। चीन ऐसे क्यों कर रहा हैं, समझ में नही आता। उसका असली मकसद क्या हैं ये भी समझ नही पाते। लेकिन चीन जो कर रहा हैं वो भारत के हिसाब से अच्छा नही हैं।
जुलुंग ला पहाडियों के माउंट झा क्षेत्र में चीन ने आकर जो भारत के लिए लाल झंडा दिखाया हैं उससे हम सभी चिंतित हैं। खास कर के भारत के सैनिकी प्रमुख ने जब कहा के भारत चीन के हिसाब में बहुत पीछे हैं तबसे हम सब जान गए थे दुश्मन को पहले ही भारत में अपनी पीठ दिखाई हैं। इससे भारतीय सैनिकों का मनोबल आवश्य गिर गया हैं।
कुछ ही दिनों पहले कुछ भारतीय वैज्ञानिकों ने कहा था की पोखरण का अनु विस्फोट सफल नही हुआ था। कलाम ने इस पुष्टि को नकार दिया था ये कहना ठीक नही था। ऐसे कुछ शब्दों से सभी का मनोबल गिरता हैं खास करके सभी ऐसे लोग प्रेस के सामने ऐसे बयां देते हैं। इससे पड़ोस के देश भी हमें आँख दिखाने लगते हैं। जब अपनी ही चिडिया चुग गई खेत तो पछताने से क्या फायदा। जरूरत हैं के भारत के ताकत को मजबूत दिखने का प्रयास करे और अमन, शान्ति के साथ साथ दूसरों पर भी धाक जमायें रखें।